MP News: नमस्कार दोस्तों मध्यप्रदेश में रेलवे नेटवर्क के विस्तार के तहत एक नई 267 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाई जा रही है। इस परियोजना के लिए बैतूल जिले की तीन तहसीलों के 40 गांवों से भूमि अधिग्रहण किया गया है, जिसमें 290 किसानों की 16.036 हेक्टेयर जमीन शामिल है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 2000 करोड़ रुपये से अधिक है, और इसके पूरा होने पर ट्रेनें 160 से 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेंगी।
मध्यप्रदेश के इस नई रेल लाइन का उद्देश्य क्षेत्र में यातायात को सुगम बनाना और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना है। तेज गति की ट्रेनों के संचालन से यात्रियों को समय की बचत होगी और माल परिवहन में भी तेजी आएगी जिससे स्थानीय उद्योगों को लाभ मिलेगा। भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया के दौरान अधिकारियों ने प्रभावित किसानों से बातचीत की और उचित मुआवजा प्रदान किया गया है, हालांकि कुछ किसानों ने अपनी जमीन देने में हिचकिचाहट दिखाई थी लेकिन परियोजना की महत्ता और संभावित लाभों को देखते हुए उन्होंने बाद में अपना सहयोग कर ही दिया।
परियोजना की विशेषताएं
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा बनाई जा रही यह परियोजना लगभग 2000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की जा रही है, इसके पूरा होने पर इस लाइन पर ट्रेनें 160 से 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी। तेज गति की ट्रेनों के संचालन से यात्रियों का समय बचेगा और माल ढुलाई भी तेज होगी।
आपको बता दें कि इस परियोजना के साथ-साथ राज्य में अन्य रेल परियोजनाएं भी प्रगति पर हैं। जैसे – इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन के लिए भी भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जिसमें इंदौर जिले के 22 गांवों की जमीन शामिल है। इन परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य राज्य के विभिन्न हिस्सों को बेहतर रेल संपर्क प्रदान करना और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देना है।
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नई रेल लाइनों के निर्माण से न केवल यात्रियों को लाभ होगा बल्कि स्थानीय व्यापार और उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा। बेहतर परिवहन सुविधाओं से क्षेत्र में निवेश आकर्षित होगा जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और समग्र आर्थिक विकास को गति मिलेगी।