MP News: मध्य प्रदेश के उज्जैन में 3,300 हेक्टेयर भूमि पर एक विशाल आध्यात्मिक शहर बसाने की योजना को हरी झंडी मिल गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 में इस परियोजना की घोषणा की है। करीब 2,000 करोड़ रुपये के निवेश से विकसित किए जाने वाले इस धार्मिक शहर में संतों-महंतों, श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। और यह शहर पूरी तरह से आधुनिक होगा। इस शहर में क्या खास होने वाला है आज के इस आर्टिकल में हम जानने वाले है।
क्या खास होगा इस आध्यात्मिक नगरी में
- धार्मिक गुरुजनों को स्थायी आश्रम: साधु-संतों, महामंडलेश्वरों, महंतों और शंकराचार्यों को यहां स्थायी रूप से जगह दी जाएगी।
- उज्जैन में पहली बार धार्मिक हब: यह भारत का पहला आध्यात्मिक हब होगा, जहां संन्यासियों और धार्मिक संगठनों को आश्रम, धर्मशालाएं, स्कूल, कॉलेज और हॉस्पिटल बनाने की अनुमति मिलेगी।
- इंटरनेशनल लेवल का इंफ्रास्ट्रक्चर: 200 फीट चौड़ी सड़कें, अंडरग्राउंड सीवर सिस्टम, 24×7 बिजली-पानी की व्यवस्था और हरियाली से भरपूर वातावरण होगा।
- पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा: यह नगरी धार्मिक पर्यटन का केंद्र बनेगी, जिससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा और स्थानीय कारोबार को बूस्ट मिलेगा।
सिंहस्थ 2028 से पहले तैयार होगा शहर
सिंहस्थ कुंभ 2028 को ध्यान में रखते हुए इस परियोजना को तेज़ी से पूरा किया जाएगा। मोहन सरकार की योजना है कि अगले तीन सालों में इसका पहला चरण पूरा कर लिया जाए। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि उज्जैन विकास प्राधिकरण (UDA) इस प्रोजेक्ट को लीड करेगा और इसे पीपीपी मॉडल पर विकसित किया जाएगा।
उज्जैन में बनेगा नया एयरपोर्ट
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के. राम मोहन नायडू ने उज्जैन में एयरपोर्ट बनाने की घोषणा की। इसके साथ ही, इंदौर और अन्य प्रमुख शहरों से उज्जैन तक सीधी उड़ानों के लिए 5 बड़े MoU साइन हुए।
2,000 करोड़ की लागत से होगा निर्माण
2,000 करोड़ रुपये के बजट से बनने वाली इस आध्यात्मिक नगरी को लेकर कई बड़े निवेशकों ने रुचि दिखाई है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में कई कंपनियों ने इस प्रोजेक्ट में निवेश करने की सहमति जताई है। और यही वजह है कि निवेशकों की संख्या बढ़ती जा रही है।
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उज्जैन बनेगा ग्लोबल धार्मिक पर्यटन का केंद्र
मोहन सरकार का मानना है कि यह नया धार्मिक शहर उज्जैन को भारत के आध्यात्मिक टूरिज्म का ग्लोबल सेंटर बना सकता है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, “हमारा लक्ष्य उज्जैन को आध्यात्मिक नगरी के रूप में विकसित करना है, जहां दुनिया भर से श्रद्धालु और पर्यटक आएं।”
सरकार का दावा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर 2.0
विशेषज्ञों का मानना है कि उज्जैन का यह प्रोजेक्ट वाराणसी के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तरह भारत में धार्मिक पर्यटन का नया केंद्र बन सकता है। जो हमारे लिए हमारे मध्य प्रदेश के लिए गर्व की बात है की लगातार हमारे उज्जैन के महाराज की सेवा आम जनता सहित मध्य प्रदेश सरकार भी लगातार कर रही है।
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