MP News: मध्यप्रदेश के सागर जिले के गढ़ाकोटा में एक ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसान महासम्मेलन, रहस मेला और पशु मेला में शिरकत की इस इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश के विकास और किसानों की बेहतर भविष्य के लिए कई अहम घोषणाएं कीं। आपको बता दें कि यह फैसला किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए नई उम्मीद लेकर आया है।
सागर के रहली विधानसभा को मिली नई सौगात
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रहली विधानसभा क्षेत्र में नए कॉलेज भवन के निर्माण और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के उन्नयन की घोषणा की। यह कदम शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च शिक्षा के अवसर बढ़ाने और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने से स्थानीय लोगों को सीधा फायदा मिलेगा।
दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने राज्य में दुग्ध उत्पादन को 9% से बढ़ाकर 20% तक ले जाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए सरकार किसानों को प्रोत्साहित करने और डेयरी उद्योग को मजबूत बनाने के लिए नई योजनाएं लागू करेगी। दुग्ध उत्पादन में सुधार से न केवल किसानों की आय बढ़ेगी, बल्कि प्रदेश में पोषण और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
फूड प्रोसेसिंग यूनिट पर अनुदान की घोषणा
किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने वालों को अनुदान देने का फैसला किया है। यह कदम कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने और किसानों को उनकी फसल का बेहतर मूल्य दिलाने में मददगार होगा। अब किसान न केवल फसल उगाएंगे, बल्कि उसे प्रोसेस करके अतिरिक्त मुनाफा भी कमा सकेंगे।
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गेहूं खरीदी पर बढ़ी हुई दर
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि इस साल सरकार गेहूं की खरीदी 2600 रुपए प्रति क्विंटल की दर से करेगी। यह बढ़ी हुई दर किसानों को उनकी फसल का बेहतर मूल्य दिलाने में मदद करेगी और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाएगी। यह कदम किसानों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कार्यक्रम के दौरान सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत पात्र हितग्राहियों को लाभ वितरित किया गया। मुख्यमंत्री ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि सरकार का प्रयास है कि सभी जरूरतमंदों तक योजनाओं का लाभ पहुंचे।
गढ़ाकोटा में आयोजित यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और दुग्ध उत्पादन जैसे क्षेत्रों में की गई घोषणाएं प्रदेश को आत्मनिर्भर और उन्नत बनाने में मददगार होंगी। यह न केवल किसानों और ग्रामीण समुदायों के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि पूरे राज्य के लिए एक सकारात्मक बदलाव का संकेत है।
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