मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए चना, मसूर और सरसों की MSP पर खरीद के लिए पंजीयन की अंतिम तारीख 21 मार्च तक बढ़ा दी है। इससे उन किसानों को फायदा मिलेगा, जो किसी कारण से अब तक पंजीयन नहीं करा सके थे। लेकिन सिर्फ तारीख ही नहीं बढ़ी, सरकार ने इस बार कुछ और अहम बदलाव किए हैं, जिनसे किसानों की जेब में ज्यादा पैसा जाएगा और किसान भाई अधिक मुनाफा ले सकते हैं। आइए जानते हैं, MSP पॉलिसी में क्या बदला और इसका किसानों की आय पर इसका क्या असर होगा।
समर्थन मूल्य में इजाफा जिससे सीधा फायदा किसानों को
इस साल MSP पर फसलों की कीमतें इस तरह तय की गई हैं जिससे किसानों को सीधा फायदा होगा –
- चना: ₹5650 प्रति क्विंटल
- मसूर: ₹6700 प्रति क्विंटल
- सरसों: ₹5950 प्रति क्विंटल
- गेहूं: ₹2425 प्रति क्विंटल + ₹175 बोनस = ₹2600 प्रति क्विंटल
यानि किसानों को इस बार उनकी फसलों का बेहतर दाम मिलेगा, जिससे उनकी आय में बढ़ोतरी होगी। खासकर गेहूं के किसानों को ₹175 प्रति क्विंटल का बोनस एक बड़ा लाभ साबित होगा। और इस बोनस से किसान भाई सरकारी मंडी में अपनी फसल बेचने के लिए भी आकर्षित होंगे।
पंजीयन की प्रक्रिया हुई आसान
अब किसान सिर्फ पंजीयन केंद्रों पर ही नहीं, बल्कि मोबाइल ऐप, एमपी ऑनलाइन और सीएससी केंद्रों के जरिए भी अपना पंजीयन कर सकते हैं। यह सुविधा उन किसानों के लिए बेहद फायदेमंद होगी, जो दूर-दराज के इलाकों में रहते हैं और केंद्रों तक नहीं पहुंच सकते।
ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग से मिलेगा फायदा
इस बार मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग की सुविधा शुरू की है, जिससे किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए लंबी लाइन में लगने की जरूरत नहीं होगी। उन्हें पहले से ही पता होगा कि उनकी बारी कब आएगी, जिससे समय और मेहनत दोनों बचेंगे।
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खरीदी केंद्रों पर सुविधाओं में सुधार
कई बार किसानों को खरीदी केंद्रों पर परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन इस बार सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि टेंट, पीने का पानी, पंखे, तौल मशीन, कंप्यूटर और क्लीनिंग मशीनों जैसी सुविधाएं खरीदी केंद्रों पर मौजूद हों। इससे किसानों को फसल बेचने में आसानी होगी।
गेहूं की खरीद 31 मार्च तक, 5 मई तक चलेगी प्रक्रिया
गेहूं की खरीद 15 मार्च से शुरू हो चुकी है और 5 मई तक चलेगी। जिन किसानों ने अभी तक पंजीयन नहीं कराया है, वे 31 मार्च तक पंजीयन करा सकते हैं। यह कदम उन किसानों के लिए राहतभरा है, जो पिछली बार पंजीयन से चूक गए थे।
मोहन सरकार के इस फैसले से लाखों किसानों को फायदा मिलेगा। MSP बढ़ने से उन्हें अपनी फसल का सही दाम मिलेगा, ऑनलाइन बुकिंग से समय बचेगा और खरीदी केंद्रों पर सुविधाएं मिलने से उनका अनुभव बेहतर होगा। अगर आप किसान हैं और अभी तक पंजीयन नहीं कराया है, तो 21 मार्च से पहले जरूर करवा लें, ताकि आप भी अपनी फसलों को सरकारी मंडी में बेच सके और सरकार की इन योजनाओं का पूरा फायदा मिल सके।
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