मध्य प्रदेश सरकार ने विज्ञान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घोषणा की है कि राज्य की राजधानी भोपाल में एक अत्याधुनिक साइंस सिटी (Science City) स्थापित की जाएगी। यह परियोजना न केवल छात्रों और वैज्ञानिकों के लिए एक बड़ा अवसर होगी, बल्कि प्रदेश को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम साबित होगी।
विज्ञान दिवस पर हुई बड़ी घोषणा
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यह घोषणा राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के मौके पर भोपाल के विज्ञान भवन में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में की। इस दौरान उन्होंने छात्रों के नवाचारों को देखा और उन्हें विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। सीएम यादव ने कहा, “विज्ञान और प्रौद्योगिकी हमारे विकास की रीढ़ हैं। साइंस सिटी का उद्देश्य न केवल विज्ञान के प्रति युवाओं की रुचि बढ़ाना है, बल्कि प्रदेश को एक वैज्ञानिक हब के रूप में स्थापित करना भी है।”
क्या होगी साइंस सिटी की खासियत?
साइंस सिटी एक अत्याधुनिक संस्थान होगा, जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार को एक मंच पर लाएगा। इसकी प्रमुख विशेषताएं होंगी:
- अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं: विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में शोध के लिए उन्नत सुविधाएं।
- नवाचार केंद्र: स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स के लिए एक प्लेटफॉर्म, जहां नए आइडियाज को मूर्त रूप दिया जा सकेगा।
- विज्ञान प्रदर्शनियां: आम नागरिकों और छात्रों के लिए विज्ञान के चमत्कारों को समझने का अवसर।
- शोध संस्थान: अंतरिक्ष, रोबोटिक्स, जैव प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) जैसे क्षेत्रों में अनुसंधान को बढ़ावा।
युवाओं के लिए बड़ा अवसर
साइंस सिटी का सबसे बड़ा लाभ प्रदेश के युवाओं को मिलेगा। मुख्यमंत्री यादव ने कहा, “हम चाहते हैं कि मध्य प्रदेश के युवा विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करें। यह संस्थान उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार करेगा।”
विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जुड़ी अन्य योजनाएं
साइंस सिटी के अलावा, मध्य प्रदेश सरकार विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में कई अन्य योजनाएं भी ला रही है:
- ड्रोन टेक्नोलॉजी का विकास: किसानों की मदद के लिए ड्रोन टेक्नोलॉजी को बढ़ावा दिया जाएगा।
- डिफेंस यूनिट की स्थापना: रक्षा क्षेत्र में नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए नई इकाइयां स्थापित की जाएंगी।
- शोध और अनुसंधान केंद्र: विश्वविद्यालयों और वैज्ञानिक संस्थानों के साथ मिलकर अत्याधुनिक अनुसंधान केंद्र बनाए जाएंगे।
250 से अधिक स्थानों पर विज्ञान कार्यक्रम
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर राज्य के 250 से अधिक स्थानों पर विज्ञान और नवाचार से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए गए। इनमें वैज्ञानिक, शिक्षक, शोधार्थी, विद्यार्थी और विज्ञान-प्रौद्योगिकी क्षेत्र से जुड़े लोगों ने भाग लिया।
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विज्ञान को समाज का अभिन्न हिस्सा बनाना
मुख्यमंत्री यादव ने इस मौके पर कहा, “हमारा उद्देश्य विज्ञान और तकनीक को समाज का अभिन्न हिस्सा बनाना है। विज्ञान केवल किताबों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि इसका सीधा लाभ समाज को मिलना चाहिए।”
इसके साथ ही सीएम मोहन यादव ने आधिकारिक पोस्ट अपने सोचल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया जिसे आप नीचे देख सकते हैं।
विज्ञान से विकास की ओर…
आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर विज्ञान भवन, भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में सहभागिता कर “Center of Excellence In STEM Education” का शुभारंभ किया।
इसके पहले विद्यार्थियों द्वारा लगाई गई विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन कर विद्यार्थियों से संवाद किया। यह… pic.twitter.com/AC81S5t3yJ
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) February 28, 2025
मध्य प्रदेश में साइंस सिटी की स्थापना राज्य के वैज्ञानिक और तकनीकी विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। यह परियोजना न केवल छात्रों और वैज्ञानिकों के लिए नए अवसर लेकर आएगी, बल्कि प्रदेश को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी एक मजबूत पहल साबित होगी।
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