close

कमलनाथ का मोहन सरकार पर तंज , “बजट में सिर्फ बातों के बताशे, जनहित पूरी तरह सफाचट

मध्य प्रदेश की मोहन सरकार का दूसरा बजट पेश होते ही राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने बजट को लेकर सरकार पर जोरदार हमला बोला और इसे “बातों के बताशे बनाने वाला बजट” करार दिया। 

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्य प्रदेश सरकार के बजट को लेकर एक और बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि रकार सिर्फ लाड़ली बहना योजना में ही नहीं, बल्कि कन्या विवाह योजना में भी हितग्राहियों की संख्या घटा रही है। कमलनाथ ने दावा किया कि 2023-24 में कन्या विवाह योजना के तहत 59,445 बेटियों को लाभ मिला था, लेकिन 2024-25 में यह संख्या घटकर मात्र 13,490 रह गई। यानी 77% की भारी गिरावट दर्ज की गई है।

कमलनाथ ने एक्स पर साधा निशाना

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य के बजट 2025-26 को लेकर मोहन सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा द्वारा पेश किए गए बजट को खोखला बताते हुए कहा कि यह सिर्फ बातों के बताशे बनाने वाला बजट है, जिसमें जनहित पूरी तरह गायब है।

कमलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सरकार के बजट को लेकर पोस्ट करते हुए लिखा –
“बातों के बताशे वाला बजट, जनहित सफाचट। चुनाव के बाद यह दूसरा बजट पेश किया गया, लेकिन चुनावी वादे अब तक अधूरे हैं।” जनता जिन घोषणाओं पर भरोसा कर वोट देती है, सरकार उन्हीं से मुंह मोड़ लेती है।”

लाड़ली बहना योजना पर सवाल

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने लाड़ली बहना योजना को लेकर मोहन सरका को घेरा है। उन्होंने कहा कि राज्य की बहनें बजट में ₹3000 प्रति माह की घोषणा का इंतजार कर रही थीं, लेकिन सरकार ने अपने चुनावी वादे पर एक शब्द तक नहीं कहा।

कमलनाथ ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार बनने के बाद से इस योजना के लाभार्थियों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। उन्होंने कहा, “सरकार ने चुनाव से पहले जो बड़े-बड़े वादे किए थे, वे अब सिर्फ जुमले बनकर रह गए हैं। लाड़ली बहना योजना का दायरा लगातार सिमट रहा है, जिससे महिलाओं को बड़ा नुकसान हो रहा है।”

कमलनाथ ने कहा, MSP बढ़ाने की उम्मीदों पर पानी

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मोहन सरकार के बजट को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि किसान उम्मीद कर रहे थे कि गेहूं और धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) भाजपा के चुनावी वादे के अनुसार ₹2700 और ₹3100 प्रति क्विंटल किया जाएगा, लेकिन बजट में इस पर एक शब्द तक नहीं कहा गया।

कमलनाथ ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश का किसान पहले से ही खाद, बीज, बिजली और पानी की किल्लत से जूझ रहा है, लेकिन बजट में उनके लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई। चुनाव से पहले किसानों को बड़े-बड़े सपने दिखाए गए, लेकिन अब जब उन्हें हकीकत में राहत देने का वक्त आया, तो सरकार चुप्पी साधे बैठी है।

रोजगार के वादों पर भी उठाए सवाल

कमलनाथ ने सरकार के रोजगार सृजन के दावों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई कि प्रदेश में 15,000 निजी नौकरियां कम हो गई हैं, जबकि सरकार लगातार रोजगार बढ़ाने का दावा कर रही है। कमलनाथ के इन आरोपों के बाद अब देखना होगा कि मोहन सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या विपक्ष के इन सवालों का जवाब मिलता है या नहीं।

मध्य प्रदेश की मोहन सरकार का दूसरा बजट पेश होते ही राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने बजट को लेकर सरकार पर जोरदार हमला बोला और इसे “बातों के बताशे बनाने वाला बजट” करार दिया।

यह भी पढ़ें :- MP Budget 2025: मध्य प्रदेश में लाड़ली बहनों को मिली बड़ी सौगात, 3 लाख नौकरियां और ये बड़े ऐलान

Author

  • अपना कल न्यूज़ के लिए मध्यप्रदेश-देश की खबरों पर नज़र रखती हूं। किताबें पढ़ना, नया सीखना और राजनीती विषयों पर राय रखने में दिलचस्पी है।

    View all posts

Leave a Comment

Your Website