MP News: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने हाल ही में राज्य सरकार से गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि करने की मांग की है। कमलनाथ ने मांग करने के साथ भाजपा सरकार को उनके चुनावी वादों की याद दिलाते हुए कहा कि मोहन सरकार को फसल खरीदने से पहले किसानों के हितों का ध्यान रखना चाहिए साथ ही उन सभी को वादों को उन्हें याद रखना चाहिए जो उन्होंने चुनाव के समय भोले भले जनता से किया था।
कमलनाथ ने जताई किसानों को लेकर चिंता
कमलनाथ ने मध्यप्रदेश के किसानों की तरफ से अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के किसान कठिन परिस्थितियों में हैं जिसका अंदाज भाजपा सरकार नहीं लगा पर रही है। अगर आप देखे तो आज के समय में महंगाई, कर्ज और प्राकृतिक आपदाओं ने किसानों की कमर तोड़ दी है। कमलनाथ ने यह भी कहा कि भाजपा ने चुनाव प्रचार के दौरान किसानों से वादा किया था कि उनकी फसलों का उचित मूल्य मिलेगा, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है।
आपको बता दें कि कमलनाथ का यह बयान ऐसे समय में आया है जब गेहूं की फसल की कटाई शुरू होने वाली है और सरकार को गेहूं की खरीद करनी है। वैसे तो सरकार ने अभी हाल ही में किसनों के हित में बड़ा फैसला लिया है जो काफी ज्यादा चर्चित है जिसमें मोहन सरकार ने किसानों को गेहूं पर ₹2600 प्रति क्विंटल और ₹2000 की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की हुई है।
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न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने की आवश्यकता
कमलनाथ ने एक्स पर अपना बयान देते हुए कहा कि वर्तमान में महंगाई को देखते हुए जो MSP दी जा रही है वह किसान उसके लिए नहीं बने हैं उनको उससे बढ़कर देना होगा क्योंकि MSP किसानों की मेहनत और उनकी लागत को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। उन्होंने इसका सुझाव भी साझा करते हुए कहा कि गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ाकर किसानों को राहत दी जानी चाहिए, जिससे उन्हें उनकी मेहनत का उचित लाभ मिल सके। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि अगर समय पर सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं करती, तो उनका आक्रोश बढ़ सकता है।
प्रदेश में गेहूं की फ़सल तैयार होने वाली है और आने वाले कुछ सप्ताह में गेहूं ख़रीद की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
मैं भाजपा सरकार को याद दिलाना चाहता हूँ कि आपने किसानों को गेहूं का 2700 रुपया प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का चुनावी वादा किया था।
इसलिए तुरंत गेहूं का…
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) February 20, 2025
अगर कमलनाथ जी द्वारा दिए गए सुझाव को भापजा सरकार मानती है तो गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि का सीधा असर लाखों किसानों पर पड़ेगा। इतना ही नहीं यह न केवल उनकी आय में वृद्धि करेगा, बल्कि उन्हें भविष्य में बेहतर खेती के लिए प्रेरित भी करेगा। मध्य प्रदेश जैसे कृषि प्रधान राज्य में MSP बढ़ाने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
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