मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश के तीन प्रमुख शहरों से लंबी दूरी की बसों के संचालन की योजना बनाई है। इसके तहत 200 से अधिक बसें विभिन्न मार्गों पर चलाई जाएंगी। इस संबंध में आईडीए सीईओ रामप्रसाद अहिरवार ने जानकारी देते हुए बताया कि बस स्टैंड संचालन को लेकर टेंडर 13 मार्च को खोला जाएगा। इसके बाद तीन दिनों के भीतर इसकी जांच पूरी कर ली जाएगी।
मार्च के मध्य से शुरू होगा संचालन
इंदौर में स्थित अत्याधुनिक ISBT बस स्टैंड को मार्च के मध्य में शुरू करने की योजना बनाई गई है। पहले चरण में लंबी दूरी की बसों को चलाया जाएगा, जिसमें गुजरात, राजस्थान और दिल्ली के रूट्स पर प्रमुखता दी जाएगी। इसके बाद अन्य राज्यों और प्रदेश के अन्य जिलों को इस नेटवर्क में शामिल किया जाएगा। इस कदम से शहरों के भीतर यातायात का दबाव कम होने की उम्मीद है।
यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं
ISBT के संचालन की जिम्मेदारी ठेकेदार कंपनी को दी गई है, जो रखरखाव और सुरक्षा का ध्यान रखेगी। यात्रियों के लिए बुनियादी सुविधाओं का इंतजाम किया जाएगा, जिनमें शौचालय, विश्राम स्थल, फूड कोर्ट और वेटिंग एरिया शामिल होंगे। साथ ही बस पार्किंग की पर्याप्त जगह भी उपलब्ध कराई जाएगी।
विकास कार्यों में तेजी
बैठक में संभागायुक्त दीपक सिंह की अध्यक्षता में विकास कार्यों को लेकर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि समन्वय और पारदर्शिता बनाए रखते हुए कार्यों की गुणवत्ता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह, नगर निगमायुक्त शिवम वर्मा और वन मंडल अधिकारी बीरेंद्र के. पटेल भी मौजूद थे। इसमें तय किया गया कि वन विभाग सहित अन्य विभागों के साथ मिलकर बाधाओं को दूर किया जाएगा, ताकि बड़े प्रोजेक्ट्स में देरी न हो।
हाईटेक बस स्टॉप की योजना
इसके अलावा, इंदौर शहर के 200 बस स्टॉप्स को हाईटेक बनाने की योजना पर भी काम हो रहा है। इस योजना की जिम्मेदारी AICTSL को दी गई है। फिलहाल बॉम्बे हॉस्पिटल चौराहे पर एक डेमो बस स्टॉप तैयार किया गया है, जिसमें यात्रियों के लिए वाई-फाई, मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग पॉइंट जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इस तरह के बस स्टॉप शहरभर में विकसित किए जाएंगे।
पारदर्शी छत और स्मार्ट सुविधाएं
नए बस स्टॉप्स की छत को पारदर्शी रखा गया है, ताकि यात्रियों को धूप से राहत मिले। इसके अलावा, इन स्टॉप्स पर डिजिटल स्क्रीन भी लगाई जाएगी, जिनमें बसों की लाइव ट्रैकिंग और रूट मैप जैसी जानकारियां दी जाएंगी।
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पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत निर्माण
AICTSL ने मुरैना की एक कंपनी को इन 200 बस स्टॉप्स के निर्माण का जिम्मा दिया है। कंपनी पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत इनका निर्माण कर रही है और विज्ञापन से कमाई करेगी। प्रत्येक बस स्टॉप के निर्माण पर लगभग 16 लाख रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा, कंपनी AICTSL को प्रति माह 11,500 रुपये देगी, जिससे सालाना 2.76 करोड़ रुपये की आय होगी।
बस स्टॉप्स पर मिलने वाली सुविधाएं:
- वाई-फाई और सीसीटीवी निगरानी प्रणाली
- मोबाइल चार्जिंग पॉइंट (USB पोर्ट)
- पब्लिक इंफॉर्मेशन सिस्टम और रूट मैप
- 8-10 यात्रियों के बैठने के लिए कुर्सियां
- दिव्यांगों के लिए रैंप सुविधा
मध्य प्रदेश में परिवहन सुविधा को बेहतर बनाने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। 200 से अधिक बसों के संचालन से यातायात दबाव में कमी आएगी, वहीं हाईटेक बस स्टॉप्स से यात्रियों को बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी। यह पहल प्रदेश के बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
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