MP Kisan Aabhar Sammelan: मध्य प्रदेश सरकार किसानों की समृद्धि और उनके उज्जवल भविष्य के लिए लगातार बड़े कदम उठा रही है। इसी दिशा में, आज 2 मार्च 2025 को भोपाल स्थित मुख्यमंत्री निवास में ‘किसान आभार सम्मेलन’ का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसानों के लिए कई बड़े ऐलान किए, जिससे प्रदेश के लाखों अन्नदाताओं को राहत मिलेगी।
गेहूं पर मिलेगा 175 रुपये अतिरिक्त बोनस
मुख्यमंत्री मोहन यादव जी ने ऐलान किया कि मध्यप्रदेश में गेहूं उपार्जन के लिए इस बार 175 रुपये प्रति क्विंटल का अतिरिक्त बोनस दिया जाएगा। इसके साथ ही, गेहूं की खरीद 2600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी, जो कि देश में सबसे ज्यादा है। यह किसानों को उनकी उपज का बेहतर दाम सुनिश्चित करेगा और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा।
धान उत्पादकों के लिए भी बड़ा तोहफा
गेहूं के अलावा धान उत्पादक किसानों को भी सरकार ने बड़ी राहत दी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घोषणा की कि खरीफ 2024 में बेचे गए धान पर प्रति हेक्टेयर 4000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इससे धान की खेती करने वाले किसानों को आर्थिक सहयोग मिलेगा और वे बेहतर उत्पादन कर सकेंगे।
किसान हितैषी योजनाओं पर जोर
इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, “हमारी सरकार किसानों की खुशहाली के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। किसान हमारे अन्नदाता हैं, और उनकी आर्थिक मजबूती के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा।” सम्मेलन में कृषि, ऊर्जा, उद्यानिकी, खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा भी प्रजेंटेशन दिए गए और विभिन्न योजनाओं की जानकारी किसानों को दी गई। साथ ही, इन विभागों की योजनाओं से जुड़ी प्रदर्शनी भी आयोजित की गई।
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देखें क्यों खास है यह सम्मेलन?
इस कार्यक्रम में प्रदेश भर से हजारों किसानों ने भाग लिया और अपनी समस्याओं व सुझावों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का अवसर मिला। सरकार का यह कदम दर्शाता है कि किसान कल्याण उसकी प्राथमिकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी बजट में किसानों के लिए और क्या सौगातें दी जाएंगी।
‘किसान आभार सम्मेलन’ में मुख्यमंत्री मोहन यादव जी के इन ऐलानों से पूरे मध्य प्रदेश के किसानों को निश्चित रूप से राहत मिलेगी। मोहन सरकार द्वारा लिए गए ये निर्णय खेती-किसानी को लाभकारी बनाने और किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। आने वाले समय में मध्यप्रदेश के किसान और अधिक आत्मनिर्भर बनेंगे और उनकी मेहनत का सही मूल्य उन्हें मिलता रहेगा। इस किसान आभार सम्मेलन को लेकर आपकी क्या राय है नीचे कमेंट करके हमें जरूर बताएं।
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