MP News:- मध्य प्रदेश में एक बार फिर गांवों के नाम बदलने की घोषणा हुई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस बार शाजापुर जिले के कालापीपल में एक कार्यक्रम के दौरान 11 गांवों के नाम बदलने का ऐलान किया। गांवों के नाम बदलने पर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोगों ने इसे एक अच्छा कदम बताया है, तो कुछ इसे राजनीति से प्रेरित मान रहे हैं। उन्होंने मंच से कहा कि “कुछ नाम अटक रहे और खटक रहे हैं”, इसलिए इन्हें बदलना जरूरी है।
क्यों बदले गए गांवों के नाम
सीएम मोहन यादव ने बताया कि विधायक ने उन्हें प्रस्ताव दिया कि कुछ गांवों के नाम ऐसे हैं, जिनका वर्तमान से कोई ताल्लुक नहीं है। मोहम्मदपुर मछनाई में कोई भी “मोहम्मद” नहीं है, तो फिर यह नाम क्यों? इसी तर्क के आधार पर नाम बदलने की यह प्रक्रिया की गई। इसके बाद उन्होंने मजाकिया लहजे में विधायक से कहा, “देखो, गांव का नाम मेरे नाम पर नहीं रखा जा रहा, यह बदलाव तुम्हारे प्रस्ताव के मुताबिक ही हो रहा है!”
कौन-कौन से गांवों के नाम बदले गए
पहले का नाम | नया नाम |
---|---|
मोहम्मदपुर मछनाई | मोहनपुर |
ढाबला हुसैनपुर | ढाबला राम |
मोहम्मदपुर पवारिया | रामपुर पवारिया |
हाजीपुर | हीरापुर |
खजूरी अलाहबाद | खजूरी राम |
निपानिया हिजामुद्दीन | निपानिया देव |
रीछड़ी मुरादाबाद | रीछड़ी |
खलीलपुर | रामपुर |
घट्टी मुख्तियारपुर | घट्टी |
मोहम्मदपुर | मोहनपुर |
शेखपुर | अवधपुरी |
विधायक की मांग पर सीएम का फैसला
शाजापुर जिले के कालापीपल विधानसभा क्षेत्र में लाडली बहना योजना के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव ने मंच से यह बड़ा ऐलान किया। इस अवसर पर उन्होंने लाभार्थियों के खातों में योजना की राशि भी ट्रांसफर की। इसी मौके पर विधायक की मांग पर उन्होंने 11 गांवों के नाम बदलने की घोषणा कर दी। 5 जनवरी को प्रदेश में तीन पंचायतों के नाम बदले गए थे और अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 11 गांवों के नाम बदलने की घोषणा कर दी है।
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
गांवों के नाम बदलने पर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोगों ने इसे एक अच्छा कदम बताया है, तो कुछ इसे राजनीति से प्रेरित मान रहे हैं। मध्य प्रदेश में गांवों के नाम बदलने की प्रक्रिया लगातार जारी है।
अब देखना होगा कि इस फैसले पर कोई आपत्ति आती है या इसे जनता का समर्थन मिलता है। क्या मध्य प्रदेश में आगे भी नाम बदलने का सिलसिला जारी रहेगा? यह देखने वाली बात होगी। क्या आप इस फैसले से सहमत हैं? नीचे कमेंट में अपनी राय जरूर दें।
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