मध्य प्रदेश सरकार ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी को लेकर अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इंदौर जिले में 1 मार्च से किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं खरीदी की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इस बार जिले में कुल 91 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर किसानों को अपनी फसल बेचने की सुविधा मिलेगी। और इस बार सबसे खास बात यह है कि किसानों को बोनस के साथ समर्थन मूल्य में बढ़ोत्तरी का लाभ भी मिलने वाला है जिसके बारे में आज हम यहाँ विस्तार से जानेंगे।
किसानों के लिए पंजीकरण और खरीदी प्रक्रिया
किसानों के पंजीकरण का कार्य पहले ही पूरा हो चुका है। इस साल 20,955 किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए अपना पंजीकरण करवाया है। मध्य प्रदेश सरकार की ओर से यह सुनिश्चित किया गया है कि किसानों को उनकी उपज के उचित दाम मिलें और भुगतान समय पर हो।
मध्य प्रदेश सरकार ने इस बार गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2,600 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। किसानों को उनकी उपज की तुलाई उसी दिन कराई जाएगी जिस दिन वे गेहूं लेकर आएंगे, जिससे किसी भी तरह की असुविधा न हो। साथ ही यह भी निर्देश दिए गए हैं कि किसानों को भुगतान तत्काल किया जाए, जिससे उन्हें किसी आर्थिक परेशानी का सामना न करना पड़े।
खरीदी केंद्रों पर कई सुविधाएँ
इंदौर के कलेक्टर कार्यालय में हुई बैठक में खरीदी केंद्रों की तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक में अपर कलेक्टर गौरव बेनल, जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन, इंदौर विकास प्राधिकरण के सीईओ आर.पी. अहिरवार, और अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।
अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि किसानों को किसी भी तरह की परेशानी न हो और खरीदी केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। केंद्रों पर तौल कांटा, बारदाना (बोरी), पेयजल, बैठने की व्यवस्था, और अन्य जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी ताकि किसानों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
समय पर भुगतान और पारदर्शी प्रक्रिया
खरीदी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य बिना किसी देरी के मिले। अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि खरीदी केंद्रों पर किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो और किसानों को पूरा भुगतान समय पर मिले।
इस बार समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की प्रक्रिया को अधिक डिजिटल और सुव्यवस्थित बनाया गया है, ताकि किसानों को दलालों या बिचौलियों से बचाया जा सके। सभी किसानों की उपज का रिकॉर्ड रखा जाएगा और उनके खातों में सीधा भुगतान किया जाएगा।
गेहूं खरीदी से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु
- खरीदी प्रारंभ – 1 मार्च 2025
- कुल खरीदी केंद्र – 91 (इंदौर जिले में)
- समर्थन मूल्य (MSP) – ₹2,600 प्रति क्विंटल
- किसानों का पंजीकरण – 20,955 किसान
- तौल और भुगतान – उसी दिन तुलाई और भुगतान की व्यवस्था
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सरकार का उद्देश्य- किसानों को मिले सुविधा
मध्यप्रदेश सरकार का उद्देश्य किसानों को उनकी फसल का उचित दाम देना और खरीदी प्रक्रिया को सुगम बनाना है। पिछले वर्षों में किसानों को लंबी कतारों और भुगतान में देरी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार प्रशासन ने पहले से ही सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का प्रयास किया है।
किसानों को सलाह दी जाती है कि वे खरीदी केंद्रों पर निर्धारित समय पर पहुंचे और अपनी उपज के साथ आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पंजीयन रसीद, और बैंक अकाउंट की जानकारी साथ रखें ताकि किसी प्रकार की समस्या न हो।
समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का यह अभियान मध्यप्रदेश के किसानों के लिए आर्थिक रूप से फायदेमंद साबित होगा। सरकार और प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्थाओं के चलते किसानों को एक सुव्यवस्थित, पारदर्शी और तेज प्रक्रिया का लाभ मिलेगा। आने वाले दिनों में यह देखा जाएगा कि खरीदी व्यवस्था कितनी सुचारू रूप से चलती है और किसानों को इससे कितना फायदा मिलता है।
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मैं उमा, अपना कल की लेखिका हूँ। नीति, योजनाओं और सामाजिक विषयों पर लिखती हूँ, खासतौर पर मध्य प्रदेश और देश से जुड़े मुद्दों पर। मेरा लक्ष्य जटिल विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत कर जागरूकता बढ़ाना है।
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