MP News: मध्यप्रदेश जिसे ‘टाइगर स्टेट’ के नाम से जाना जाता है, इस राज्य ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। आपको बता दें राज्य का 9वां टाइगर रिजर्व “माधव टाइगर रिजर्व” अब शिवपुरी में स्थापित किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस विशेष अवसर पर माधव टाइगर रिजर्व का शुभारंभ किया और एक बाघिन को उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ा। इस कदम से न केवल वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा बल्कि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी एक नई दिशा मिलेगी।
शिवपुरी स्थित माधव नेशनल पार्क को अब आधिकारिक रूप से “माधव टाइगर रिजर्व” का दर्जा मिल गया है। यह न केवल वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक रोमांचक खबर है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। यह टाइगर रिजर्व कई दुर्लभ जीव-जंतुओं का प्राकृतिक आवास होगा, जिसमें बाघ, तेंदुआ, चीतल, नीलगाय, और विभिन्न पक्षी प्रजातियाँ शामिल हैं।
जानिये क्या होता है टाइगर रिजर्व का महत्व
आप सभी तो जानते ही हैं कि देश में बाघों की संख्या काफी कम है ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा किये गए यह प्रयास काफी ज्यादा सराहनीय है क्योकि यह कदम बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए बहुत ही मददगार और टाइगर रिजर्वों का विस्तार बेहद जरूरी है।
- बाघों के संरक्षण को मजबूती मिलेगी।
- वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास को बचाने में मदद मिलेगी।
- पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने में योगदान मिलेगा।
- इको-टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
मध्यप्रदेश – ‘जैव-विविधता का अप्रतिम आंगन…’
प्रकृति की गोद में बसे शिवपुरी की ‘जंगल बुक’ में आज एक और सुनहरा अध्याय जुड़ गया है। श्रद्धेय माधवराव सिंधिया जी की जयंती पर माधव नेशनल पार्क, शिवपुरी में ‘माधव टाइगर रिजर्व’ के लोकार्पण कार्यक्रम में सहभागिता कर एक बाघिन को उसके… pic.twitter.com/C1tGm9jhXw
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) March 10, 2025
माधव टाइगर रिजर्व बनने के बाद शिवपुरी पर्यटन के नए नक्शे पर उभर कर आएगा। यह जगह पहले ही अपने खूबसूरत जंगलों, झीलों और ऐतिहासिक स्थलों के लिए मशहूर है, लेकिन अब टाइगर रिजर्व बनने से यह और भी ज्यादा लोकप्रिय हो जाएगा। इससे न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी।
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