Speech On Independence Day In Hindi 15 अगस्त भाषण 2021

Speech On Independence Day In Hindi 15 अगस्त  पर एक अनोखा भाषण Speech On Independence Day In Hindi 15 अगस्त पर भाषण

बहुत सरे लोग 15 अगस्त के दिन काफी उत्साहित होते है। खाश कर speech को लेकर हर कोई चाहता है की 15 अगस्त  की इस शुभ अवसर पर  हम भी  दो शब्द बोले पर वो कहा से शुरू करे उसे समझ नहीं आता है । हमारा एक छोटा सा प्रयास है की  आपके स्पीच को भावपूर्ण तरीके से निखारने का  

आपको सबसे पहले अपना परिचय देना है और फिर वहाँ पर बैठे लोगो का अभिनन्दन करना है और फिर आपको अपना स्पीच पर आ जाना है 

Let’s start the speech on independence day

15 अगस्त हमारे इतिहास के पन्नो में एक अनोखा दिन के रूप में माना जाता है।  क्योकि आज के ही दिन हमारा देश अंग्रेजों के गुलामी के सैकड़ो साल बाद गुलामी के  जंजीरों से मुक्त हुवा था।  15 अगस्त हमारा देश का  राष्टीय त्यौहार है।  जिसे हम सब देश वाशियो बड़े खुशी और उल्लाश के साथ मानते है आज के दिन हम सब देश वाशियो तिरंगे झंडे के निचे एकत्रित होकर उन सब शहीद महान पुरुषो को नमन करते है जिसने हमारी आजादी के लिए अपनी जान निछावर कर दिया था। उन्होंने कभी भी राष्ट हित के लिए जीने मरने तक का प्रवहा नहीं क्या। वो भी  सिर्फ इस लिए की हम आजादी के साथ जी सके।  उनका महान बलिदान ही हमारा स्वतंत्रता का शान है। उनका आदर्श बलिदान ही आज हमरा जीवन की  प्रेरणा का स्रोत है 

आईये जानते है अपने गुलामी के दस्ता के बारे में 

Speech On Independence Day In Hindi 15 अगस्त  पर एक अनोखा भाषण

जैसे की हम सब जानते है की अंग्रेज हमारे देश में एक व्यापारी बन कर आया था लेकिन यहाँ के लोगो में शासन तंत्र और एकता का अभाव पाकर अपना पाँव पसारना शुरू कर दिया और फिर धीरे धीरे कुछ ही समय में वो यहाँ का सर्वो सर्वा बन गया और फिर हमारा देश अंग्रेजो के गुलामी के जंजीरो में जकर  गया।  अंग्रेज हमारे देशवाशियो पर तरह तरह के जुल्म ढाते थे अंग्रेज के गुलामी का दस्ता कुछ इस प्रकार फैला हुआ था की अब लोगो का जीना मुश्किल हो गया था आम लोगो का शोषण इतना ज्यादा बढ़ गया था की लोग दो वक्त की रोटी तक सही तरीके से नहीं खा पा रहे थे। अंग्रेज लोगो पर मनचाहे टैक्स लगाता  था। बच्चे बूढ़े जवान हर कोई अंग्रेज के बढ़ते जुल्म के बोझ तले दबते जा रहे थे जो कोई भी अंग्रेज के खिलाफ आवाज उठता था उसे फांसी का सजा दे दिया जाता था। लोगों का शारारिक और मानसिक शोषण कुछ इस प्रकार बढ़ गया था की लोंगो का जीना भी दुर्लभ होता जा रहा था।  लोग अंग्रेज की इस बढ़ती जुल्म की दुनियाँ से आजादी चाहता था लेकिन उसे कोई रास्ता नहीं मिल पा रहा था लोग पुरे तरीके से अंग्रेज के गुलामी के जंजीरो में जकर गया था 

Speech On Independence Day In Hindi 15 अगस्त पर एक अनोखा भाषण

ऐसे ही समय में हमारे देश में कई महापुरुष ने जन्म लिया वीर कुँवर सिंह , झांसी की रानी लक्ष्मी बाई , चंद्रशेखर आजाद , महात्मा गाँधी , भगत सिंह ऐसे अनेकों महापुरुषों ने जन्म लिया इन्ही के आदर्श , प्रेरणा और बलिदान से हमें आजादी मिली।  आजादी की इस क्रन्तिकारी संघर्ष के दौरान बहुत से लोगो ने बहुत कुछ खोया। न जाने कितने माँ से उनके लाल छीन गए , कितने बहनों की सुहाग उजर गए , न जाने कितने बच्चे अनाथ हो गए। बहुत से लोग बेसहारा हो गए।  तब जाके कहीं हमें आजादी मिली  15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हो गया। और फिर अंग्रेज हमारे देश को  छोड़ कर चले गए  लेकिन जाते जाते उन्होंने हमारे देश को दो भोगों में खंडित कर गया। हिंदुस्तान और पाकिस्तान। 

Speech On Independence Day In Hindi 15 अगस्त पर एक अनोखा भाषण

भले ही हम 1947 को आजाद हो गए लेकिन आज भी हम  गुलाम होते जा रहे है।  पहले हमारा पूर्वज ने राजा महाराजा की गुलामी की और फिर अंग्रेजो की और आज हम   गुंडे, आंतकवादी और भर्ष्टाचारी  नेताओं की गुलामी कर रहे है।  हर रोज अखबारों की पन्ना दुष्कर्म , आतंकी हमले , भ्रष्टाचार की खबरों से भरा रहता है।  आज भी हमारे देश का एक बहुत बड़ा आबादी गरीबी रेखा के निचे है।  आजादी के इतने वर्षो बाद भी हमारे पास रोटी, कपड़ा, माकन और शिक्षा जैसे  मुलभुत सुविधा का उचित प्रबंध नहीं है।  हम विकास के इस  दौर में भी आज बहुत पीछे है।  आज के इस मॉडर्न युग में भी हम  टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काफी पीछे छूट गए है।  कही न कही आज भी हमारे मत का दुरउपयोग हो रहा है। आज भी हमारे देश के राजनीती दल जातिवाद जैसे विषैले जहर वाली  मानशिकता को बढ़ावा दे रहा है।  अगर आज भी हमारे देश की युवा पीढ़ी नहीं जागे तो काफी देर हो जाएगी। इसलिए आइए हम सब देश  वासियों आज इस  तिरंगे झंडे के निचे एकत्रित  उन सब शहीद महापुरुषो के बलिदान को सार्थक बनाने के लिए एक प्रण लेते है। 

           घृणा देश की आँधी न चलाएंगे , और न ही चलने देंगे। 
            या तो खुद ही मर जाएँगे या फिर, देश के गद्दारों को मार भगायेंगे।
जय हिन्द जय भारत वन्दे मातरम 

Author

  • Princi Soni

    I have been writing for the Apna Kal for a few years now and I love it! My content has been Also published in leading newspapers and magazines.

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